Narazgi Shayari in Hindi – Friends! आज के इस Article में हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ बहुत ही बेहतरीन नाराजगी शायरी Collection, जिन्हे आप अपने Social Media Accounts पर Share कर सकते हैं। प्यार में रूठना मनाना तो चलता ही रहता है लेकिन ऐसे में अगर आपका कोई बहुत ही खास और Someone Special अगर आपसे ज्यादा समय तक रूठा रहे तो उसे मनाना बहुत जरूरी हो जाता है। आप आज के इस Narazgi Shayari Collection की मदद से अपने किसी रूठे हुए को पल भर में मना सकते हैं।
जब कोई आपका प्यारा, आपका चाहनेवाला आपसे नाराज़ हो जाता है या उसकी आपसे किसी बात पर नाराज़गी हो जाती है तो उस नाराज़गी में इंसान कितना परेशान रहता है ये तो हम सभी जानते हैं, तो इसी नाराज़गी को ध्यान में रख कर आज हमने आपके साथ Best narazgi shayari in Hindi Share किया है। जिसकी मदद से आप अपने रूठे हुए अपने प्यारे को बहुत ही आसानी से मना सकते हैं।
Contents
Narazgi Shayari in Hindi For Love
नाराज़गी हो तो जता लेना, लेकिन नफ़रत न करना,
चाहत किसी और हो जाए तो बता देना, बस बेवफाई न करना. .!!
Narazgi Ho To Jata Lena, Lekin Nafrat Na Karna,
Chahat Kisi Aur ki Ho Jaye To Bata Dena, Bas Bewafai Naa Karna. . !!
किस बात पर खफा हो,
यह जरूर बता देना,
अक्सर दिल में छुपी नाराजगी से,
रिश्तों की डोर कमजोर हो जाती है. .!!
Kis Baat Par Khafa Ho,
Yeh Zaroor Bata Dena,
Aksar Dil Me Chuppi Narazgii Se,
Riston Ki Dorr Kamzor Ho Jati Hai. .!!
तुझ से नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ,
जो कभी तुझे मेरे लिए नहीं मिला. .!!
Tujh Se Nahin Tere Waqt Se Naaraz Hoon,
Jo Kabhi Tujhe Mere Liye Nahi Mila. .!!
हर बात खामोशी से मान लेना,
यह भी एक अदा है नाराज़गी जताने का. .!!
Har Baat Khamoshi Se Maan Lenaa,
Yeh Bhi Ek Adaa Hai Narazag Jatane Ka. .!!
यहाँ सब खामोश है कोई आवाज़ नहीं करता,
सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता. .!!
Sab Yahan Khamosh Hai Koi Aawaz Nahi Karta,
Sach Bol Kar Koi Kisi Ko Naaraz Nahin Karta. .!!
उनकी ये मासूम अदा मुझे बहुत खूब भाती हैं,
नाराज़ वो मुझसे होती हैं, गुस्सा सबको दिखाती हैं. .!!
Unki Yeh Masoom AadaMujhe Bahut Khub Bhati Hain,
Naaraz Woh Mujhse Hoti Hain, Gussa Sabko Dikhati Hain. .!!
मुझे बस इतना बता दो,
नाराजगी मुझसे है या मेरी मोहब्बत से. .!!
Mujhe Bas Itnaa Bataa Do,
Naraazgi Mujhse hai Ya Meri Mohabbat Se. .!!
2 Line Narazgi Shayari in Hindi
मेरी नाराज़गी को मेरी बेवफ़ाई ना समझ लेना,
नाराज़ भी उसी से होते हैं, जिनसे मोहब्बत बेइंतिहा होती है. .!!
Meri Narazgi Ko Meri Bewafaii Naa Samajh Lena,
Naraaz Bhi Usii Se Hoty Hain, Jinse Mohabbat Beintehaa Hotii Hai. .!!
खामोशियां ही बेहतर हैं साहेब,
शब्दों से तो लोग नाराज़ हुआ करते हैं. .!!
Khamoshiyaan Hii Behtar Hain Saheb,
Shabdon Se To Log Naraaz Hua Karte Hain. .!!
चेहरे अगर अजनबी हो जायें तो कोई बात नही,
मगर, रवैये अजनबी हो जायें तो बहुत तकलीफ देती हैं. .!!
Chehre Agar Ajnabi Ho Jayen Toh Koi Baat Nahin,
Magar Rawaiyye Ajnabii Ho Jayen To Bahut Takleef Deti Hain. .!!
कुछ सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने,
इल्जाम झूठे भले हैं, मगर लगाये तो तुमने हैं. .!!
Kuch Soch Kar Koi Safaii Nahin Di Humne,
Ilzaam Jhute Bhale Hain, Magar Lagaye To Tumne Hain. .!!
कोई फ़र्क नहीं पड़ता अब ख़्वाहिशें अधूरी रहने पर,
बहुत करीब से से देखा है, कुछ ख़्वाबों को टूटते हुये हमने. .!!
Koi Fark Nahin Padta Ab Khwaahishein Adhurii Ranhe Par,
Bahut Kareeb Se Dekha Hai, Kuch Khwaabon Ko Toot’te Huye Humne. .!!
मुस्कुराहटें भी करती हैं ग़म-ए-दिल बयां,
औरों की तरह मुझे भी रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं. .!!
Muskuraahatein Bhi Karti Hain Gham-E-Dil Bayaan,
Auron Ki Tarah Mujhe Bhi Rone Ki Aadat Ho Ye Zaroori Toh Nahin. .!!
प्यार में नाराजगी वाली शायरी
नाराज़ नहीं हूँ मैं तेरे फ़रेब से,
ग़म ये है कि तेरा यकीन अब करूँ कैसे. .!!
Naraaz Nahin Hoon Main Tere Fareb Se,
Gham Yeh Hai Ki Teraa Yakeen Ab Karun Kaise. .!!
जब नाराजगी अपनों से हो तो खामोशी ही अच्छी,
अब हर बात पर जंग हो ये जरुरी तो नहीं. .!!
Jab Narazgi Apno Se Ho Toh Khaamoshii Hi Achhi,
Ab Har Baat Par Jung Ho Yeh Zaroori To Nahiin. .!!
तेरी नाराजगी वाजिब है मगर ये भी तो देख,
मैं खुद भी खुद से खुश नहीं हूँ आजकल. .!!
Terii Narazgii Wajib Hai Magar Yeh Bhi Toh Dekh,
Main Khud Bhi Khud Se Khush Nahin Hoon Aaj Kal. .!!
नाज़ हम उठाएं बेतकल्लुफ़ किसी और से रहो,
जाओ साहिब ये ईश्क के किस्से अब किसी और से कहो. .!!
Naaz Hum Uthayen Betaklluf Kisi Aur Se Raho,
Jao Saheb Yeh Ishq Ke Qisse Ab Kisi Aur Se Kaho. .!!
नखरे तेरे नाराज़गी तेरी देख लेना,
एक दिन जान ले लेगी मेरी. .!!
Nakhre Tere Narazgii Terii Dekh Lena,
Ek Din Jaan Le Legi Merii. .!!
Narazgi ki Shayari in Hindi
यहाँ सब खामोश है कोई आवाज़ नहीं करता,
सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता. .!!
Yahan Sab Khamosh Hain Koi Aawaz Nahi Karta,
Sach Bol Kar Koi Kisi Ko Naraaz Nahin Karta. .!!
नाराज़गी जायज़ है तुमसे,
मगर नफ़रत मुमकिन ही नही तुमसे. .!!
Naraazgi Jayaz Hai Tumse,
Magar Nafrat Mumkin Hi Nahin Tumse. .!!
यूँ तो हम रोज आपको याद करते हैं,
दौर नाराजगी का ख़त्म हो फिर बात करते है. .!!
Yun To Hum Roz Aapko Yaad Karte Hain,
Daur Naraazgi Ka Khatam Ho Toh Phir Baat Karte Hain. .!!
नहीं मंज़ूर तेरा किसी और को देखना,
नाराज़गी भी हो तो फ़क़त हमसे हो. .!!
Nahin Manzoor Tera Kisi Aur Ko Dekhna,
Narazgii Bhi Toh Fakat Humse Ho. .!!
ना ख़ुशी की तलाश है, ना ग़म-ए-निजात की आरज़ू,
मैं खुद से भी नाराज़ हूँ, तेरी नाराज़गी के बाद. .!!
Na Khushi Ki Talash Hai, Na Gham-E-Nizaat Ki Aarzoo
Main Khud Se Bhi Naraaz Hoon, Teri Naraazgi Ke Baad. .!!
Conclusion
उम्मीद करता हूँ आपको आज का हमारा ये Narazgi Shayari Collection in Hindi पसंद आया होगा। आज की इस Narazgi Shayari Collection की मदद से आप अपने रूठे हुए दोस्तों और अपने प्रियजनों को मानाने में कामयाब रहेंगे। इसी तरह की और बेहतरीन और खूबसूरत शायरी के लिए पढ़िए रहिये shayariada.com. अगर आप हमें को सुझाव देना चाहते हैं या आप अपनी कोई शायरी हमारी Website पर Publish करवाना चाहते हैं, आप हमें Contact Us Page की मदद से भेज सकते हैं। अगर आपके पास कोई शिकायत है तो इसके लिए भी आप Contact Us Page का इस्तेमाल करें। हमे आपके सुझाव और सलाह का इंतज़ार रहेगा। धन्यवाद!
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